क्‍या आप भी चाहते हैं सेक्‍सी पार्टनर?




दांपत्‍य जीवन में हमेशा मधुरता बनी रहे, इसके लिए विवाहित जोड़े को हमेशा ही एक-दूसरे का खयाल रखना पड़ता है. किसी एक ओर से थोड़ी-सी भी ढिलाई संबंध की मिठास में कमी ला देती है.

यूं तो हर व्यक्ति चाहता है कि उसका पार्टनर सेक्सी हो, लेकिन यह बात कोई खुलेआम स्वीकार नहीं करता.

कई बार भूल जानकारी के अभाव में होती है, तो कई बार 'जान-बूझकर'. दोनों ही स्थितियां अच्‍छी नहीं कही जा सकती हैं. जानिए कुछ खास तथ्‍यों के बारे में, जिससे वैवाहिक जीवन हमेशा सुखमय बना रहे

एक अध्ययन में पाया गया है कि आप जो अपने साथी के बारे में वास्तव में चाहते हैं, वे हमेशा किसी से कहते नहीं हैं.

शोधकर्ताओं ने पाया है कि चाहे लोग कितना भी कहें कि वे बुद्धिमान साथी चाहते हैं, जिसपर वे विश्वास कर सकें और जिसके साथ वे हंस सकें, लेकिन उन लोगों के मन में छुपी इच्छा होती है कि उन्हें सेक्सी और आकषर्क साथी मिले.

शोध में कहा गया है कि खास बात यह है कि यह नियम महिलाओं और पुरुषों दोनों पर लागू है.

शोधकर्ताओं ने अपने शोध में एक अनोखा शब्द परीक्षण किया, ताकि पता चल सके कि किसी इंसान के अचेतन मन में शारीरिक आकषर्ण कितना महत्वपूर्ण होता है.

आमतौर पर लोग कहते हैं कि उन्हें रोमांटिक साथी पसंद है, लेकिन सच्चाई यह है कि वे सेक्सी पार्टनर चाहते हैं. क्‍या आप इस हकीकत को स्‍वीकार करने को तैयार हैं

क्या आप भी उन लोगों में शामिल हैं, जो यौन-संबंध कायम करने के बाद अपने पार्टनर से बातचीत नहीं करते हैं और तुरंत सो जाते हैं?

एक अध्ययन में पाया गया कि यौन-संबंध के बाद की बातचीत दोनों पार्टनर के बीच मधुर संबंध के लिए महत्वपूर्ण है.

अगर ऐसा है, तो संभल जाइए, क्योंकि संबंध बनाने के बाद बातचीत भी पार्टनर के लिए बहुत मायने रखती है.

अनुसंधानकर्ताओं ने अपने अध्ययन के दौरान पाया है कि जिन महिलाओं के पार्टनर की आंखें जल्द लग जाती हैं, वे असुरक्षित महसूस करती हैं.

ऐसी महिलाओं में अपने पार्टनर के ध्यान की चाहत हमेशा बनी रह जाती है.

सार यह है कि यौन-संबंध के बाद आलिंगनबद्ध होकर बातचीत करना युगल के लिए एक-दूसरे के प्रति कटिबद्धता प्रदर्शित करने का महत्वपूर्ण तरीका है.

ज्‍यादातर मामलों में ऐसा देखा गया है कि पुरुष पहले सो जाते हैं. तो अब देर किस बात की...यह आदत अब बदल डालिए

क्‍या आपने इस बात पर गौर किया है कि आपकी जिंदगी ज्‍यादा खुशहाल कैसे हो सकती है? घर-परिवार में बेहतर संबंध कायम करके या बेशुमार दौलत इकट्ठा करके?

भले ही आपका जवाब यह हो कि बेहतर रिश्‍तों पर ही बेहतर जिंदगी की बुनियाद टिकी रह सकती है, पर नए शोध के नतीजे कुछ और ही बयां करते हैं.

एक अध्ययन में दावा किया गया है कि धन से हर तरह की खुशियों को खरीदा जा सकता है.

अध्ययन में बताया गया है कि किसी व्यक्ति को खुश रहने में सबसे बड़ा कारक नगद राशि है.

शोधकर्ताओं ने पूरी दुनिया के 126 देशों के आंकड़ों की पड़ताल कर यह निष्कर्ष निकाला.

यह खोज पहले के उस व्यापक धारणा को खारिज करती है, जिसमें कहा गया कि एक खास आय स्तर के बाद लोग धन से खुश नहीं हो सकते.

एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोई भी देश इतना धनी नहीं है कि वह संतुष्टि के स्तर तक पहुंच सके, जिसका शायद ही अस्तित्व हो.

इंटरनेट पर चैटिंग करने का चलन आजकल के किशोरों और युवाओं में बढ़ता जा रहा है.

एक अध्ययन के मुताबिक किशोर-किशोरी चैटिंग के बाद एक-दूसरे से ज्‍यादा शारीरिक संबंध भी बनाने लगे हैं.

ब्रिटेन में तो काफी संख्या में किशोर इंटरनेट के अपने संपर्क को वास्तविक जीवन में शारीरिक संबंधों में तब्दील कर रहे हैं.

अध्ययनकर्ताओं ने यह भी पाया कि अध्ययन में शामिल 80 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्होंने यौन संबंधों के प्रस्ताव के लिए मोबाइल फोन और इंटरनेट का इस्तेमाल किया.

यह भी पाया गया कि 16 से 24 साल के युवक-युवतियां इस बात से सहमत हुए कि प्रौद्योगिकी ने उनके संबंधों पर एक सकारात्मक असर डाला है.

आखिरकार इस बात की पुष्टि हो ही गई है कि दुनिया भर के संघर्ष, चाहे फुटबॉल की हुल्लड़ हो या विश्वयुद्ध, सभी की जड़ में मर्दों की ‘सेक्स की चाहत’ है.

अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि विकास की शुरुआत में दूसरों के खिलाफ हिंसा ने व्यक्तियों को उनकी स्थिति बेहतर करने और अपनी जीवन संगिनी से मिलने में मदद की, लेकिन आधुनिक समय में ऐसी प्रवृत्ति बड़े युद्धों को जन्म दे सकती है.

अनुसंधानकर्ताओं ने दावा किया है कि मर्दों की ‘लड़ाकू’ प्रवृत्ति ही असल में उन्हें बाहरी लोगों के लिए उत्तेजक बनाती है.

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